Budget 2023-24: पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) ने कहा कि सरकार को अगले आम-बजट में हेल्थ बजट में सरकार को 30 से 40 प्रतिशत का इजाफा करना चाहिए। 1 फरवरी को आम-बजट पेश होगा।
Budget 2023: एक तरफ जहां सरकार आम बजट की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ अलग-अलग संस्थाएं बजट से जुड़ी अपनी सलाह को सरकार के सामने रख रही हैं। पीएचडी चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) ने कहा कि सरकार को अगले आम-बजट में हेल्थ बजट में सरकार को 30 से 40 प्रतिशत का इजाफा करना चाहिए। सरकार को स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं और मूलभूत ढांचे को बेहतर करना चाहिए।
PHDCCI के प्रेसीडेंट साकेत डालमिया कहते हैं कि 2021-22 और 2022-23 के दौरान हेल्थ बजट में 16 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला था। वो कहते हैं विशेष ध्यान स्वास्थ्य से जुड़े कैंपने पर किया जा सकता है। आज के समय में देश के लिए हेल्थी ह्यूमन रिसोर्स तैयार करना समय की मांग हो गई है। साकेत डालमिया के अनुसार, “स्कूल के पाठ्यक्रमों में हेल्थी लिविंग करिकुल को विशष महत्व देना चाहिए। डायबटीज सहित दैनिक बीमारियों पर जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत है।”
Syenergy Environics के एमडी अजय पोद्दार कहते हैं, “तेज और सटीक इलाज आज के समय की मांग है। जिससे मरीज जल्द से जल्द स्वस्थ हो सके। एक बेहतर मैनेजमेंट जहां संक्रमण को रोकने में सक्षम होगा वहीं दूसरी ओर मरीज भी जल्द ठीक हो पाएंगे।” वे कहते हैं, “हमें ऐसे प्लेटफॉर्म की जरूरत है जहां सस्ते दाम में एक साथ कई रोग का इलाज हो सके।” पोद्दार कहते हैं कि सरकार को ऐसी पॉलीसी या फ्रेम वर्क बनाना चाहिए जिसमें इंश्योरेंस के जरिए टेस्ट और आयुष ट्रीटमेंट भी संभव हो।
बता दें, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को मौजूदा सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश करेंगी।