गुरुग्राम पुलिस के एक भ्रष्ट कॉन्स्टेबल और एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) को विभागीय जांच में कैब ड्राइवर से रिश्वत लेने का दोषी पाए जाने के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
गुरुग्राम पुलिस के एक भ्रष्ट कॉन्स्टेबल और एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) को विभागीय जांच में रिश्वतखोरी का दोषी पाए जाने के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार, जुलाई 2023 में हुई इस घटना में आरोपी कॉन्स्टेबल सुरेश कुमार और एक एसपीओ शेर सिंह शामिल थे।
पुलिस के अनुसार, दोनों पुलिस वालों पर एक कैब ड्राइवर से 1,000 रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। कैब ड्राइवर द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में कॉन्स्टेबल को कथित ट्रैफिक नियम के उल्लंघन के लिए कैब ड्राइवर को संभावित 15,000 रुपये जुर्माने की धमकी देने के बाद रिश्वत लेते हुए दिखाया गया है। इस घटना के दौरान ड्राइवर ने चुपके से कॉन्स्टेबल द्वारा 2,000 रुपये की रिश्वत मांगने और बाद में 1,000 रुपये लेने का 7 मिनट का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था।
गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपी पुलिस वालों को सस्पेंड कर गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
पुलिस ने बताया कि एसपीओ शेर सिंह को उसी समय नौकरी से हटा दिया गया था, जबकि कॉन्स्टेबल सुरेश कुमार के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई थी। विभागीय जांच में दोषी पाए जाने के बाद अब उसे भी बर्खास्त कर दिया गया है।
बता दें कि, बर्खास्त कॉन्स्टेबल घटना के वक्त एसपीओ के साथ पुलिस राइडर बाइक पर तैनात था। यह पिछले साल जुलाई की बात है जब उन्होंने सिविल लाइंस थाने के पास एक कैब को रोका और कैब ड्राइवर से कागज दिखाने को कहा। इसके बाद कॉन्स्टेबल कैब में बैठ गया और ड्राइवर को 15,000 रुपये का चालान करने की धमकी देकर कैब चालक से 2,000 रुपये की रिश्वत मांगी।
घटना के बाद कैब ड्राइवर ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद तुरंत कार्रवाई की गई। गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा ने सुरेश कुमार और शेर सिंह दोनों को सस्पेंड कर दिया और उनके खिलाफ सिविल लाइंस थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई।