{“_id”:”676b20bf4af16edad9017a88″,”slug”:”anand-vihar-apsara-border-flyover-will-be-inaugurated-today-2024-12-25″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Delhi : आज होगा आनंद विहार-अप्सरा बार्डर फ्लाईओवर का उद्घाटन, अभी खड़े रहेंगे पेड़… चलता रहेगा ट्रैफिक”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
फ्लाईओवर के बीच में एक पेड़ था जिसकी वजह से यह कॉरिडोर शुरू नहीं हुआ। 2 दिसंबर की तस्वीर में पेड़ हरा-भरा दिख रहा है। 24 दिन बाद यह पेड़ सूखने लगा। – फोटो : अमर उजाला/विवेक निगम
विस्तार
आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर के बीच सिग्नल फ्री परियोजना का आज यानी बुधवार को मुख्यमंत्री आतिशी उद्घाटन करेंगी। बीते कई माह से इस फ्लाईओवर पर ट्रैफिक दौड़ाया जा रहा था। इससे क्षेत्र में जाम खत्म होगा। हालांकि अभी इस परियोजना में पेड़ बाधा बने हैं। लेकिन फ्लाईओवर पर ट्रैफिक चलाया जा सकता है।
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इस फ्लाईओवर के शुरू होने से पूर्वी दिल्ली, ट्रांस हिंडन और नोएडा के बीच सफर करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। करीब 1.44 किमी लंबे कॉरिडोर के तीन सिग्नल व जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। वहीं, आनंद विहार मेगा ट्रांसपोर्ट हब तक पहुंचना भी आसान होगा।
पीडब्ल्यूडी का अनुमान है कि कॉरिडोर पर रोजाना डेढ़ लाख के करीब वाहन सफर करेंगे। इससे उनका 11.07 मिनट बचेंगे। साथ ही 1.50 लाख टन के करीब कार्बन डाई आक्साइड का उत्सर्जन भी कम होगा। अनुमान के अनुसार सालाना 16.57 लाख लीटर ईंधन की खपत भी कम होगी। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने बताया कि आनंद विहार-अप्सरा बॉर्डर के बीच सीधा जाने वाला ट्रैफिक एलिवेटेड काॅरिडोर से गुजरेगा। जबकि सड़क के दोनों ओर की घनी बसावट के मुसाफिर इसके नीचे से जा सकेंगे।
2 हिस्सों में ट्रैफिक बंटने से जाम की समस्या होगी खत्म
ट्रैफिक दो हिस्सों में बंटने से जाम से पूरी तरह निजात मिल जाएगी। फिलहाल कॉरिडोर के नीचे पड़ने वाली श्रेष्ठ विहार, रामप्रस्थ और विवेक विहार की तीन लाल बत्ती बंद कर दी गई हैं। वाहनों के लिए बैक टू बैक यूटर्न व्यवस्था लागू की गई है। वहीं कॉरिडोर के आसपास बसी कॉलोनियों के लोगों की सहूलियत के लिए कॉरिडोर पर चढ़ने व उतरने के लिए दो स्थानों पर लूप भी बनाए गए हैं।
हालांकि पेड़ों को हटाने की अनुमति नहीं मिलने से एक लूप का काम अभी पूरा नहीं हो पाया है। वहीं दूसरी तरफ एक पेड़ परियोजना के बीच में स्थित है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक वन विभाग से अनुमति नहीं मिलेगी तब तक पेड़ को नहीं हटाया जा सकता है। ट्रैफिक की आवाजाही के लिए पेड़ों के चारों ओर बैरिकेड लगाया जाएगा।